लखनऊ में बना देनी चाहिए फिल्म सिटी, गदर-2 के डायरेक्टर बोले- शहर साफ-सुथरा है, क्योंकि यहां के CM योगी हैं
सद्भावना आवाज़
लखनऊ
गदर-2 के कलाकार नवाबों के शहर यानी लखनऊ में अपनी फिल्म के प्रमोशन के लिए पहुंचे हैं। हालांकि सनी देओल और अमिषा पटले इस प्रचार का हिस्सा नहीं है। लेकिन, डायरेक्टर अनिल शर्मा, एक्टर उत्कर्ष और एक्ट्रेस सिमरत कौर के अलावा फिल्म के विलेन मनीष वाधवा लखनऊ पहुंचे थे। अनिल शर्मा ने कहा कि वह गदर-3 की योजना बना रहे हैं, लेकिन उससे पहले गदर-2 की सफलता का मजा लिया जा रहा है। फिल्म के एक्टर उत्कर्ष शर्मा ने कहा- लखनऊ की सड़क और बाकी सुविधाओं को देखने के बाद कभी-कभी लगता है कि हम बॉम्बे में क्यों रह रहे हैं। यहां पर ही फिल्म इंडस्ट्री बना देनी चाहिए। उन्होंने बताया कि यहां पर शुक्ला की चाट से लेकर शर्मा के बंद और चाय का स्वाद कभी नहीं भूलने वाला है।
डायरेक्टर अनिल शर्मा ने कहा कि 22 साल में लखनऊ शहर बहुत बदल गया है। शहर साफ-सुथरा है। सड़कें क्लीन हैं, क्योंकि यहां के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ क्लीन हैं। फिल्म निर्माताओं को लखनऊ में बहुत मदद मिलती है। शासन-प्रशासन का सहयोग अच्छा है। अब यहां शूटिंग में किसी तरह की दिक्कत ही नहीं होती।
एक्ट्रेस सिमरत कौर ने कहा कि मैं किस्मतवाली हूं कि मुझे पहली फिल्म गदर-2 मिली। लखनऊ से ही मेरी किस्मत शुरू हुई है। मैंने यहां आकर सीखा कि मुस्कुराते रहिए…बाकी सब अच्छा होगा। अनिल शर्मा ने बताया कि उनको बहुत जगह से मैसेज आया कि सर आपने सिंगल स्क्रीन को संजीवनी दे दी। मैं खुद सिंगल स्क्रीन से फिल्म देख कर बड़ा हुआ हूं। सिंगल स्क्रीन सिनेमा की जान है। सभी से आवेदन है कि ऐसी फिल्म बनाएं जो सिंगल स्क्रीन पर भी जमकर चले। यह बहुत अच्छी खबर है। गदर-2 दोनों जगह चल रही है। सिनेमा वही जो दोनों जगह चले।
अनिल शर्मा ने बताया कि गदर-2 पिता-पुत्र के रिश्तों पर है। ऐसे में अगली कड़ी रिश्तों पर ही बनाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि लखनऊ को मैं कभी भूला ही नहीं। मैं खुद मथुरा से हूं। ऐसे में लखनऊ अपने शहर जैसा है। यहां के लोग भी अपने जैसे हैं।
फिल्म के विलेन मनीष वाधवा ने कहा कि उनकी तुलना गदर के विलेन अमरीश पुरी से होने की बात हो रही थी। इसको लेकर डर नहीं था। हालांकि तुलना नहीं होनी चाहिए। वैसे तुलना हुई तो मेरे लिए अच्छा ही रहा। बताया कि अनिल शर्मा ने कैरेक्टर बहुत आसानी से करा दिया। अनिल शर्मा ने बताया कि उनके पास बहुत से मैसेज आए कि फिल्म पूरे परिवार के साथ देख सकते हैं। लड़कियों को आपने पूरे कपड़े पहनाए हैं। फिल्म में कुछ भी ऐसा नहीं है जो हम परिवार के साथ देख न सकें। इसके अलावा फिल्म ने देशभक्ति की भावना को जगाया है।