सद्भावना आवाज़
बलरामपुर।
बलरामपुर पुलिस ने रविवार को एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल करते हुए चार गौ तस्करों को गिरफ्तार किया। ये तस्कर बलरामपुर जनपद के निवासी हैं और रामपुर, मुरादाबाद, और बिहार के गैंग को गौ तस्करी में स्थानीय स्तर पर सहायता प्रदान कर रहे थे। इन तस्करों की गिरफ्तारी ने अंतरराज्यीय तस्करी रैकेट के खिलाफ महत्वपूर्ण कदम उठाने में मदद की है।
यह मामला बलरामपुर के थाना कोतवाली तुलसीपुर के गुलरिहा घाट का है। 1 सितंबर 2024 को पुलिस को सूचना मिली कि गुलरिहा घाट के पास कुछ लोग पिकअप में गौवंश लाद रहे हैं। सूचना मिलने पर तुलसीपुर पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई की और मौके पर पहुंच गई। पुलिस को देखकर पिकअप चालक भागने लगे, जिससे पुलिस ने उनका पीछा किया और थाना अध्यक्ष गौरा चौराहा तथा डीसीआर को सूचित किया। पुलिस की त्वरित कार्रवाई के दौरान एक पिकअप को पकड़ लिया गया, जिसमें चार गौवंश लदे हुए थे। हालांकि, वाहन चालक अंधेरे का फायदा उठाकर पिकअप को छोड़कर भाग गए। इस दौरान, पिकअप का पीछा करने के दौरान तस्करों ने एक पुलिस आरक्षी मनीष कुमार पर पिकअप चढ़ाने का प्रयास किया और उसके सिर पर डंडे से वार किया, जिससे उसे गंभीर चोटें आईं। पुलिस ने इस हमले के संबंध में स्थानीय थाने पर सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया और पशु क्रूरता अधिनियम के तहत भी केस दर्ज किया गया। घटना के खुलासे के लिए पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और फोन सर्विलांस का सहारा लिया। इस आधार पर पुलिस ने बाबू खान उर्फ निरहू, मुस्तकीम, मजहर खा, और मोहम्मद शमी को गिरफ्तार किया। ये सभी आरोपी बलरामपुर के तुलसीपुर क्षेत्र के निवासी हैं। गिरफ्तार तस्करों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया है।
“गिरफ्तार किए गए तस्कर बाहरी गैंग को स्थानीय स्तर पर सहायता प्रदान कर रहे थे। उनकी गिरफ्तारी से इस अंतरराज्यीय तस्करी रैकेट पर महत्वपूर्ण प्रहार हुआ है। पुलिस अब अन्य पांच फरार आरोपियों की तलाश कर रही है और उनकी गिरफ्तारी के लिए सक्रिय प्रयास कर रही है।”- पुलिस अधीक्षक बलरामपुर, विकास कुमार
बरामदगी और आगे की कार्रवाई
गिरफ्तारी के समय पुलिस ने दो पिकअप वाहन, एक मोटरसाइकिल, और चार मोबाइल फोन बरामद किए। इन वाहनों को सील कर नीलामी के बाद धनराशि सरकार के खजाने में जमा कर दी जाएगी। पुलिस की जांच अभी जारी है और गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ के आधार पर अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बलरामपुर पुलिस की टीम ने इस मामले में कड़ी मेहनत की है और सभी संभावित सुरागों पर काम किया है। उन्होंने स्थानीय जनता से भी सहयोग की अपील की है ताकि इस तरह के अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण लगाया जा सके और कानून-व्यवस्था बनाए रखी जा सके।