सद्भावना आवाज़
गोंडा
गोंडा में राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीय योजना में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। यहां एक ठेकेदार ने उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के मुख्य अभियंता के बेटे को मर्सिडीज कार गिफ्ट करके करोड़ों का टेंडर फर्जी अनुभव प्रमाणपत्र लगाकर ले लिया। लंबी जांच पड़ताल के फर्जीवाड़ा पकड़ा गया, तब जाकर गोंडा में चीफ इंजीनियर, उनके बेटे और आरोपी ठेकेदार के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।दरअसल वर्ष 2011 में गोंडा के 696 मजरों में 11वीं राजीव गांधी ग्रामीण विद्युत योजना के अंतर्गत विद्युतीकरण होना था। इसे लेकर यूपी सिडको ने टेंडर कराए थे। टेंडर में नोएडा की फर्म मेसर्स ओमवीर सिंह समेत कई कंपनियों ने हिस्सा लिया था। अंत में इसका टेंडर मेसर्स ओमवीर सिंह कंपनी को मिला।इधर, टेंडर को लेकर पिछले साल 2023 मार्च में गाजियाबाद की रहने वाली मेघना चौधरी ने गोंडा की इस विद्युतीकरण योजना में फर्जीवाड़े का आरोप लगाते हुए ठेकेदार पर फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र लगाकर टेंडर लेने और टेंडर के लिए चीफ इंजीनियर के बेटे को मर्सिडीज कार गिफ्ट किये जाने की शिकायत योगी सरकार में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार से की।
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डीएम ने तत्कालीन कराई जांच
इस शिकायत का संज्ञाान लेकर राज्य मंत्री के आदेश पर तत्कालीन जिला अधिकारी गोंडा उज्जवल कुमार ने तत्कालीन मुख्य विकास अधिकारी शशांक त्रिपाठी को जांच कमेटी गठित कर जांच कराने के आदेश दिए थे। उपनिदेशक समाज कल्याण देवीपाटन गोंडा केएल गुप्ता के नेतृत्व में गठित समाज कल्याण विभाग की जांच कमेटी ने जब पूरे मामले की जांच की तो आरोप सही पाए गए और बड़ा फर्जी वाला निकलकर सामने आया।जांच कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार, टेंडर लेने वाली फर्म मेसर्स ओमवीर सिंह कंपनी के मालिक ठेकेदार ओमवीर सिंह ने टेंडर लेने के लिए जो अनुभव प्रमाण पत्र लगाया वो फर्जी पाया गया। ये प्रमाणपत्र न्यू ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकरण की तरफ से जारी ही नहीं किया गया था।
प्रमाणपत्र भी निकले फर्जी
जांच में ये भी सामने आया कि गोंडा जिले के 696 मजरों में काम किया जाना था। उनमें 100 मजरों में विद्युतीकरण पूरा दिखाकर ग्राम प्रधानों से 100 प्रमाणपत्र ले लिये गए लेकिन इनमें से 36 प्रमाणपत्र भी फर्जी निकले और बिना काम किये ही प्रमाणपत्र लगाकर पेमेंट करा ली गई।इसके अलावा जब जांच की जद में चीफ इंनीनियर आए तो पता चला कि फर्जी टेंडर के बदले में मेसर्स ओमवीर सिंह के मालिक व ठेकेदार ओमवीर सिंह ने उत्तर पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के तत्कालीन मुख्य अभियंता एसपी करगेती के बेटे प्रतीक करगेती को मर्सिडीज कार भी गिफ्ट की थी। जिसके बाद जांच में सीफ इंजीनियर और उनके बेटे प्रतीक का नाम भी शामिल किया गया। फिलहाल मुख्य अभियंता 2015 में रिटायर होकर लखनऊ में परिवार के साथ रह रहे हैं।
दर्ज कराया केस
जांच में इतना फर्जीवाड़ा पकड़ में आने के बाद उपनिदेशक समाज कल्याण देवीपाटन केएल गुप्ता ने डीएम को रिपोर्ट सौंपकर गोंडा नगर कोतवाली में शुक्रवार को तहरीर देकर उत्तर पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के मुख्य अभियंता (रि.) एसपी करगेती, बेटे प्रतीक करगेती व ठेकेदार ओमवीर सिंह के खिलाफ धारा 419, 420, 468 के तहत मुकदमा दर्ज कराया। मामले की जांच क्राइम इंस्पेक्टर अरविंद यादव को सौंपी गई है।
जल्द होगी आरोपियों की गिरफ्तारी
नगर कोतवाल राजेश कुमार सिंह ने बताया ,” उपनिदेशक की तहरीर पर तत्कालीन चीफ इंजीनियर, उनके बेटे और ठेकेदार के खिलाफ धोखाधड़ी और फर्जीवाड़ा सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। मामले की जांच क्राइम इंस्पेक्टर अरविंद यादव को दी गई है। मामले में जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी।
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