बलरामपुर। ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों के पोषण, स्वास्थ्य और प्रारंभिक शिक्षा को सशक्त बनाने की दिशा में बलरामपुर प्रशासन ने ठोस कदम उठाया है। जिले के 11 गांवों में नए आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कराया जाएगा। इन केंद्रों के निर्माण पर कुल 1 करोड़ 30 लाख 24 हजार रुपये खर्च किए जाएंगे। गुरुवार को खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) सुनील कुमार आर्य ने पंचायत सचिवों के साथ बैठक कर कार्ययोजना पर विस्तार से चर्चा की। हर आंगनबाड़ी केंद्र पर लगभग 11 लाख 84 हजार रुपये की लागत आएगी। इसमें से दो लाख रुपये बाल विकास परियोजना से, दो लाख रुपये ग्राम पंचायत निधि से और शेष राशि मनरेगा योजना के अंतर्गत व्यय की जाएगी। बीडीओ ने स्पष्ट किया कि सभी संबंधित विभागों के समन्वय से निर्माण कार्य समयबद्ध और गुणवत्ता के साथ पूरा कराया जाएगा।
इन गांवों को मिलेगा नया केंद्र
बाल विकास परियोजना अधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में जिन गांवों में नए आंगनबाड़ी केंद्र बनाए जाएंगे, वे हैं – बेलवा द्वितीय, धामपुर, हरैया सतघरवा प्रथम, हरैया सतघरवा मिनी, भुसैलिया द्वितीय, लालपुर कंजेभरिया, मध्यनगर, गुगौलीकला प्रथम, कटकुइंया द्वितीय, लालपुर खैरनिया द्वितीय और छितौनी मिनी केंद्र।
बच्चों को मिलेगा लाभ, महिलाओं को अवसर
इन नए केंद्रों के निर्माण से स्थानीय बच्चों को पोषण, देखभाल और शिक्षा के बेहतर साधन मिलेंगे। साथ ही, स्थानीय महिलाओं को रोजगार और सेवाओं में भागीदारी के अवसर भी प्राप्त होंगे। प्रशासन का कहना है कि आंगनबाड़ी केंद्र न केवल बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में सहायक होंगे, बल्कि गांवों में स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूकता भी बढ़ाएंगे।