मरीज को वितरित की जाने वाली दवा मरीजों के बजाय कूड़े में पहुंच गई। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सादुल्ला नगर के चंद कदम की दूरी पर स्थित डाक बंगले गेट के अंदर कूड़े में दवाओं के पैकेट फेके गए हैं। दवाओं को फेकने का राज विभाग के लोग ही जानते हैं। सबूत मिटाने के लिए दवाओं को कूड़े में फेंक कर जला दिया गया। कुछ दवाएं जलने से बच गई। इस पैकेट में कई तरह की दवाई है इनमें कुछ दवाओं का समय समाप्त हो चुका है। कैल्शियम एंड विटामिन डी 3(जो उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा नाट फार सेल) व अन्य दवाओं की एक्सपायरी डेट फरवरी 2024 है। कूड़े में करीब 50 से 100 पैकेट पड़े हैं।
यह पैकेट पॉलिथीन में भरकर लाये गए हैं। स्थानीय लोगों का कहना कि डाक्टर द्वारा अधिकतर मरीजों को बाहर की दवा लिखी जाती है। ग्रामीणों को वितरित की जाने वाली दवा अगर उन तक पहुंचती तो काफी लाभ होता। आमजन को दवा के लिए यहां से वहां भटकना नहीं पड़ता। जिम्मेदारों की अनदेखी की वजह से आमजन के लिए भेजी गई कुछ दवाई एक्सपायर हो गई कुछ प्रयोग लायक दवाओं को कूड़े में डाल कर जला दिया गया। वहीं जब इस संबंध में फोन पर सीएमओ बलरामपुर से बात किया गया तो उन्होंने कहा कि दवाएं कहा से कौन फेका है, इसकी जांच कराई जाएगी।