बलरामपुर। बलरामपुर में सोमवार को जिला मुख्यालय से सटे बड़ा घुसाह में लिटिल फ्लॉवर्स अकैडमी प्ले ग्रुप स्कूल का उद्घाटन समारोह धूमधाम से आयोजित किया गया। इस विद्यालय में प्री प्राइमरी से लेकर केजी तक बच्चों को खेल-खेल में शिक्षा दी जाएगी।
समारोह के मुख्य अतिथि तुलसीपुर विधायक कैलाश नाथ शुक्ला ने फीता काटकर स्कूल का शुभारंभ किया। इस मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रमुख जितेंद्र कुमार, एमएलकेपीजी कॉलेज के रसायन विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. जेपी तिवारी, सदर खंड शिक्षा अधिकारी अशोक पाठक, उत्तर प्रदेश वित्त विहीन विद्यालय प्रबंधक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष राजकुमार जायसवाल, नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि डीपी सिंह, भाजपा की पूर्व महिला अध्यक्ष मंजू तिवारी सहित कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। समारोह की शुरुआत मां सरस्वती और बाबा नीम करोली के चित्र पर माल्यार्पण और पुष्प अर्पित करने से हुई। विधिपूर्वक पूजा-अर्चना के बाद अतिथियों ने फीता काटकर विद्यालय का उद्घाटन किया।
मुख्य अतिथि विधायक कैलाश नाथ शुक्ला ने अपने संबोधन में कहा कि बच्चों की बुनियादी शिक्षा का मजबूत होना बेहद जरूरी है, और इसके लिए ऐसे विद्यालयों का संचालन निश्चित ही एक सराहनीय पहल है। वहीं, जिला प्रमुख जितेंद्र कुमार ने कहा कि शिक्षा केवल व्यवसाय नहीं, बल्कि संस्कार है, और बच्चों को विद्या दी जानी चाहिए, न कि सिर्फ शिक्षा। विशिष्ट अतिथि डॉ. जेपी तिवारी ने कहा कि बुनियादी शिक्षा और संस्कार हर बच्चे के लिए आवश्यक है, ताकि वे राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान कर सकें। प्रबंधक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष राजकुमार जायसवाल ने कहा कि बच्चों को ऐसे संस्कार वाली शिक्षा मिलनी चाहिए जो समाजहित में हो।
नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि डीपी सिंह ने कहा कि इस क्षेत्र में प्री प्राइमरी प्ले ग्रुप स्कूल की बेहद जरूरत थी, जिसे डॉ. पम्मी पांडेय ने पूरा किया है। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. पम्मी पांडेय ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें भगवा अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया और भविष्य में अपेक्षित सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य बच्चों को बुनियादी शिक्षा से सशक्त करना है, ताकि वे भविष्य में मजबूत बन सकें। इस उद्घाटन समारोह में कई प्रमुख बुद्धिजीवी और समाजसेवी भी उपस्थित रहे, जिनमें डॉ. अविनाश पांडेय, शशि भूषण शुक्ला, नीलमणि शुक्ला, देवनारायण शुक्ला, कृष्ण कुमार पांडेय और अन्य कई गणमान्य लोग शामिल थे।