जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान गोंडा जिले में आयोजित स्वर्गीय सत्यदेव सिंह प्रतिभा सम्मान समारोह में शिरकत की। लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम में उनका स्वागत गोंडा डीएम नेहा शर्मा, एसपी विनीत जायसवाल और स्वर्गीय सत्यदेव सिंह की पुत्री वर्षा सिंह ने बुके देकर किया। समारोह का शुभारंभ उपराज्यपाल ने दीप प्रज्वलित कर किया।कार्यक्रम में सत्य सरोज फाउंडेशन के माध्यम से 10 गरीब और मेधावी बच्चों को स्कॉलरशिप प्रदान की गई। इसके अलावा, महाविद्यालय के विभिन्न विषयों में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। उपराज्यपाल ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा, “शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है। शिक्षा ही वह माध्यम है जो व्यक्ति को न केवल सफलता दिलाती है बल्कि उसे समाज और देश के विकास के लिए प्रेरित करती है।”
युवाओं से भागीदारी का आह्वान
अपने संबोधन में उपराज्यपाल ने युवाओं को देश की रीढ़ बताते हुए कहा कि “देश के विकास का नेतृत्व युवा करेंगे। हमें आधुनिक सोच और तकनीकी के साथ आगे बढ़ना होगा।” उन्होंने भारत को विश्व स्तर पर आर्थिक रूप से और मजबूत बनाने का संकल्प लेने की बात कही।मनोज सिन्हा ने नई शिक्षा नीति के महत्व पर प्रकाश डालते हुए शिक्षकों से कहा कि वे बच्चों को ऐसी शिक्षा दें, जो आने वाले समय में मिसाल बने। उन्होंने बताया कि शिक्षा नीति में बदलाव से अब बच्चे पढ़ाई के प्रति अधिक रुचि ले रहे हैं। उन्होंने कहा, “पहले बच्चे विषयों के बोझ के कारण पढ़ाई से भागते थे, लेकिन नई शिक्षा नीति ने शिक्षा को रुचिकर और प्रभावी बना दिया है।”
प्रेरक कहानी से बच्चों को किया प्रेरित
उपराज्यपाल ने अपने संबोधन के दौरान एक राजा और उसके सेनापति की कहानी सुनाकर यह संदेश दिया कि “अगर आप अपनी जीत को लेकर संकल्पित हैं और आपके पास ईश्वर का आशीर्वाद है, तो आपको सफलता जरूर मिलेगी।” कार्यक्रम में उपराज्यपाल ने स्वर्गीय सत्यदेव सिंह को याद करते हुए कहा कि उनका और सत्यदेव सिंह का बहुत पुराना संबंध रहा है। उन्होंने कहा कि सत्यदेव सिंह जैसे व्यक्तित्व समाज में प्रेरणा देने वाले थे, और उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। इस दौरान समारोह में गोंडा जिला प्रशासन के अधिकारी, विद्यालय के शिक्षक, छात्र-छात्राएं, और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।