प्रतापगढ़ में नगर पालिका परिषद बेल्हा के अध्यक्ष पद के उपचुनाव को लेकर भाजपा के भीतर विरोध और खींचतान तेज हो गई है। भाजपा ने अपनी उम्मीदवार के रूप में प्रेमलता सिंह का नाम घोषित किया था, लेकिन इस पर पार्टी के वरिष्ठ नेता और कार्य समिति के सदस्य संतोष मिश्रा ने विरोध दर्ज करते हुए निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया। उनके साथ 18 भाजपा सभासदों का समर्थन भी है, जो इस मामले को और भी दिलचस्प बना रहा है।संतोष मिश्रा ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल करते हुए कहा, “मेरा संघर्ष भ्रष्टाचार के खिलाफ है। मैं हमेशा से इस मुद्दे पर मुखर रहा हूं। मुझे माफियाओं द्वारा नामांकन से पीछे हटने की धमकी दी जा रही है, लेकिन मैं इसे स्वीकार नहीं करूंगा।” उनका यह बयान भाजपा के भीतर की राजनीतिक खींचतान को उजागर करता है और इस उपचुनाव को और भी रोमांचक बना देता है।

विकास के लिए चुनाव लड़ने की कही बात
प्रेमलता सिंह के नामांकन के बाद भाजपा के दिग्गज नेता, जैसे सदर विधायक राजेंद्र मौर्य, पूर्व सांसद संगम लाल गुप्ता और पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह, उनके समर्थन में सामने आए। हालांकि, पार्टी के भीतर संतोष मिश्रा और उनके समर्थकों की बढ़ती बगावत ने भाजपा नेताओं की चिंता को बढ़ा दिया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता उनके पास जाकर उन्हें मनाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन पार्टी के कुछ सभासदों ने उन नेताओं को जमकर फटकार लगाई, जिससे पार्टी की अंदरूनी स्थिति और भी जटिल हो गई है। भा.ज.पा. द्वारा प्रत्याशी बनाए जाने के बाद प्रेमलता सिंह ने सोमवार को सदर तहसील में नामांकन दाखिल किया। नामांकन के दौरान उनका साथ उनके समर्थकों का जत्था था, जो जुलूस के रूप में नामांकन केंद्र तक पहुंचे। प्रेमलता सिंह ने कहा कि वह इस चुनाव में पालिका में अधूरे कार्यों को पूरा करने और विकास को नई दिशा देने के लिए चुनाव लड़ रही हैं।
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