जिले में गेहूं की खरीद के लिए शासन द्वारा इस बार बड़े पैमाने पर क्रय केंद्र बनाए गए हैं, जहां पर गेहूं की खरीदारी की जाएगी। लेकिन गेहूं की फसल तैयार न होने के चलते 2 दिन में एक भी किसान के द्वारा गेहूं की बिक्री केंद्रों पर नहीं की गई है।किसान क्रय केंद्रों पर गेहूं की बिक्री करने नहीं जा रहे हैं और दिन भर अधिकारी केंद्रों पर बैठे हुए किसानों की राह देख रहे हैं। गोंडा जिले के चारो तहसील क्षेत्र में 93 सरकारी गेहूं क्रय केंद्र बनाए गए हैं, जहां पर किसानों के गेहूं की खरीदारी की जाएगी। किसाने के गेहूं की खरीदारी को लेकर जिला प्रशासन द्वारा सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और 93 केंद्रों पर किसानों की गेहूं की खरीदारी अधिकारियों द्वारा की जाएगी।
वेबसाइट पर अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा
सरकारी गेहूं क्रय केंद्र पर गेहूं बेचने वाले किसानों को पहले लोग लोकवाणी केंद्र से खाद्य रसद विभाग की वेबसाइट पर अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा। रजिस्ट्रेशन करने के साथ किसानों को अपनी खतौनी, आधार कार्ड और बैंक पासबुक लेकर क्रेन केंद्र पर जाना होगा, जहां पर किसान अपने गेहूं की बिक्री कर सकेंगे। क्रय केंद्र पर किसानों द्वारा गेहूं दिए जाने के बाद 48 घंटे के अंदर खाते में भुगतान किया जाएगा।
केंद्र प्रभारी किसानों की देख रहे राह
इस बार उत्तर प्रदेश सरकार ने गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 150 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाते हुए 2275 रुपए प्रति क्विटंल निर्धारित किया है और 15 जून 2024 तक गेहूं की खरीदारी की जाएगी। वहीं जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी प्रज्ञा मिश्रा ने बताया कि इस बार जिले में गेहूं की खरीदारी के लिए 93 क्रय केंद्र बनाए गए हैं, जहां पर वजन मशीन, बोरा लिए केंद्र प्रभारी किसानों की राह देख रहे हैं।सुबह से शाम बीत जाने के बाद किसान गेहूं की बिक्री करने नहीं आ रहे हैं क्योंकि अभी किसानों का गेहूं तैयार नहीं हुआ है और किसान नहीं आ रहे हैं। लेकिन खरीद के लिए अधिक से अधिक किसानों द्वारा पंजीकरण कराने को लेकर प्रेरित किया जा रहा है और इस बार 2275 रुपए गेहूं का समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया है। गेहूं बेचने आने वाले किसानों को किसी भी प्रकार की दिक्कतें नहीं होनी दी जाएंगी। 48 घंटे के अंदर किसानों के खाते में सीधा पैसा सरकार द्वारा भेजा जाएगा।