मौसम का मिजाज बदलने से जिले में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। शीतकालीन अवकाश के बाद बढ़ती ठंड के कारण जिलाधिकारी ने एक बार फिर 16 जनवरी से 18 जनवरी तक विद्यालय बंद करने का फरमान जारी किया था। बावजूद इसके नगर क्षेत्र में स्थित सूर्या पब्लिक स्कूल संचालित रहा। इस भीषण ठंड में भी छात्र बिना गर्म कपड़ों के नजर आए। गुरुवार से जिलाधिकारी पवन अग्रवाल ने 18 जनवरी तक जिले के सभी कक्षा एक से आठ तक संचालित विद्यालयों में अवकाश घोषित किया था। डीएम के आदेश के साथ ही जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने भी सभी जूनियर स्तर तक के विद्यालयों को 18 जनवरी तक बंद रखने के आदेश जारी किए थे। बावजूद इसके विद्यालय प्रबंध समिति द्वारा सरकारी आदेशों की धज्जियां उड़ाई गई। अवकाश होने के बावजूद स्कूल खोला गया और ठंड में बाहर सभा भी लगाई गई। जिसमें छात्र बिना स्वेटर के दिखाई पड़े। यह नजारा कही दूर ग्रामीण क्षेत्र का नही बल्कि नगर क्षेत्र के रामलीला मैदान के पास संचालित सूर्या पब्लिक स्कूल का है। जहां बेसिक शिक्षा अधिकारी के साथ ही जिलाधिकारी के आदेशों की धज्जियां उड़ाई गई।
बिना स्वेटर के दिखे छात्र
सद्भावना आवाज़ की टीम के सर्वे के दौरान सूर्या पुलिक स्कूल के प्रांगण में बिना स्वेटर के छात्र कैमरे में कैद हुए। इस भीषण ठंड को देखते हुए जहां जिलाधिकारी ने नौनिहालों को ठंड से बचाने के लिए अवकाश घोषित किया है वहीं दूसरी ओर विद्यालय प्रबंध समिति के मनमाने रवैये के आगे छात्र ठंड में ठिठुरने पर मजबूर है।
देर से मिला आदेश
सरकारी आदेश होने के बावजूद जब स्कूल संचालन के संबंध में स्कूल की प्रधानाचार्या रंजू तिवारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि आदेश देर से मिला था और बच्चे स्कूल आ गए थे इसलिए विद्यालय संचालित किया गया।
नहीं है कार्यवाही का डर
जिले में प्राइवेट विद्यालय संचालन करने वाली समितियों को किसी कार्यवाही का डर नहीं होता है। यह कोई पहला नजारा नहीं जहां सरकारी आदेशों की धज्जियां उड़ाई गई हो। इससे पूर्व भी प्राइवेट विद्यालयों द्वारा आदेशों की अनदेखी कर अपना नियम चलाया गया है। जानकारों की माने तो विभाग द्वारा भी कार्यवाही के नाम पर केवल नोटिस देकर कागजी कोरम पूरा किया जाता है। जिसका पूरा फायदा निजी विद्यालय के संचालकों द्वारा उठाया जाता है।
जिम्मेदार के बोल
अवकाश के आदेश के बावजूद विद्यालय संचालन की सूचना प्राप्त हुई है। विद्यालय को नोटिस देकर जवाब मांगा जाएगा। संतोषजनक जवाब न मिलने पर जांच करा कर कार्यवाही की जाएगी।- शुभम शुक्ला, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, बलरामपुर
