गरीब परिवारों को स्वच्छता और सम्मान प्रदान करने के उद्देश्य से जिले में शौचालय निर्माण कार्य को प्राथमिकता दी जा रही है। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज-2 के अंतर्गत उन परिवारों को लाभान्वित किया जाएगा, जो पहले इस योजना से छूट गए थे। इसी कड़ी में 19 नवंबर, विश्व शौचालय दिवस के अवसर पर शौचालय उपयोग के प्रति जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु गुप्ता ने बताया कि जिले में 1911 नए लाभार्थियों की सूची तैयार की गई है, जिन्हें शौचालय निर्माण के लिए धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी। पहली किस्त जल्द ही लाभार्थियों के बैंक खातों में भेजने की प्रक्रिया शुरू होगी। ग्राम पंचायत स्तर पर सत्यापन का कार्य खंड विकास अधिकारियों को सौंपा गया है।
महिलाओं के लिए सुरक्षा और सम्मान में वृद्धि
स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 अक्टूबर 2014 को की थी। 2 अक्टूबर 2019 को जिले को खुले में शौच मुक्त घोषित किया गया था। इस दौरान जिले के नौ विकास खंडों की 793 ग्राम पंचायतों में 3.06 लाख से अधिक शौचालय बनाए गए। इस पहल से महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान के साथ-साथ स्वास्थ्य, पर्यावरण और सामाजिक स्थिति में सुधार हुआ।
कचरा प्रबंधन में भी बड़ा कदम
जिले में ठोस और तरल कचरा प्रबंधन के तहत वित्तीय वर्ष 2023-24 में 82.27 करोड़ रुपए की लागत से 455 राजस्व गांवों में कार्य शुरू किया गया है। पिछले वर्ष 2022-23 में 25.12 करोड़ रुपए की लागत से 37 गांवों में यह कार्य पूरा हुआ था।जिन गरीब परिवारों को अब तक योजना का लाभ नहीं मिल पाया था, उन्हें शौचालय निर्माण से जोड़कर उनकी जरूरतों को पूरा किया जाएगा। प्रशासन की यह पहल जिले में स्वच्छता और जीवन स्तर सुधारने के लिए एक नया आयाम स्थापित करेगी।