उतर प्रदेश सरकार लगातार प्रयास कर रही है कि उत्तर प्रदेश मे अवैध कार्य ना हो ओर हद तक सरकार ने इस पर अंकुश भी लगाया है लेकिन कुछ अधिकारी अवैध कार्य को दे रहे है बढ़ावा शिक्षा विभाग मे तो अवैध प्राइवेट स्कूलो का भरमार लेकिन अपने अधीनस्थ के आदेश को नही मानते है संबंधित अधिकारी सिद्धार्थनगर जनपद के भनवापुर के बड़हरा मे ज्ञानोदय पब्लिक स्कूल का मामला ज्ञानोदय पब्लिक स्कूल के नाम पर दो साल से संचालित है ,लेकिन अभी तक रजिस्ट्रेशन नही है लेकिन जिम्मेदार अधिकारी कारवाई से आखिर क्यो कर रहे है ।
अनदेखी 14 जुलाई को बेसिक शिक्षा अधिकारी ने मीडिया पर दिऐ गये बयान मे साफ तौर से बताया गया था, कि अगर रजिस्ट्रेशन बगैर कोई भी विद्यालय चलता है तो उस पर एक लाख रूपये का अर्थ दण्ड लगाया जाऐगा लेकिन बेसिक शिक्षा अधिकारी का आदेश साहब के आफिस तक ही रहा जबकि ज्ञानोदय पब्लिक स्कूल के अध्यापक ने मीडिया के कैमरे पर साफ कहा कि हा अभी रजिस्ट्रेशन नही है और जल्दी ही रजिस्ट्रेशन हो जाऐगा ।
उसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारी क्यो नही कर रहे है कारवाई किस के सह पर चल रहा है बिना रजिस्ट्रेशन के प्राइवेट स्कूल19 दिन बीत गये बेसिक शिक्षा अधिकारी को आदेश किये लेकिन कारवाई के नाम शून्य वही ज्ञानोदय पब्लिक स्कूल के सभी प्रकार का शुल्क रसीद पर लिखा है जैसे-प्रवेश फार्म शुल्क ,प्रवेश शुल्क, पुन:प्रवेश शुल्क, परीक्षा शुल्क, लाइब्रेरी शुल्क, गेम शुल्क, फर्नीचर शुल्क, व्यवसाय शुल्क,विधुत शुल्क जबकि कि सुबाधा के नाम पर कुछ नही है जिम्मेदार अधिकारी संज्ञान मे होने के बाद भी बिना मानक के चल रहे ज्ञानोदय पब्लिक स्कूल को दिया जा रहा बढ़ावा ।