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बलरामपुर
बलरामपुर में प्रतिबंधित प्रजाति की मछलियों की विक्रय को रोकने के लिए मत्स्य विभाग द्वारा मत्स्य विक्रय स्थलों पर छापेमारी की गई। छापे के दौरान कई दुकानों पर प्रतिबंधित मछलियां पाई गई। जिन्हें नष्ट कराकर विक्रेताओं को कड़ी चेतावनी दी गई।मत्स्य विभाग के अधिकारियों ने नगर के नहर बालागंज स्थित मो. अल्ताब मत्स्य विक्रेता स्थल मो. हुसैन पुत्र मो. अली एवं मो. समीर पुत्र इस्माइल निवासी रेहरा बाजार के पास प्रतिबन्धित प्रजाति की मछलियां थाई, मांगुर भारी मात्रा में पाई गई। सहायक निदेशक मत्स्य, विनोद कुमार वर्मा द्वारा प्रतिबंधित प्रजाति की मछलियों को मौके पर ही नष्ट कराया गया। मत्स्य विक्रेताओं को वैधानिक चेतावनी दी गई कि भविष्य में उक्त प्रजाति की मछलियों के पालन पर भारतीय दण्ड संहिता की धारा 270 के तहत वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
मत्स्य विक्रेताओं को सख्त चेतावनी
सहायक निदेशक विनोद कुमार वर्मा ने बताया कि थाई, मांगुर मांसाहारी प्रजाति की मछली होती है। जिसे मत्स्य पालक स्लाटर हाउस से निकले हुए जानवरों के अवशिष्ट मांस खिलाते हैं। जिससे जल प्रदूषण फैलता है। ये मछलियां देशी प्रजाति के मछलियों को खा जाती हैं। जिससे परिस्थितिकी असंतुलन होने का खतरा रहता है।इन मछलियों में भारी मात्रा में लेड पाया जाता है। जिससे मष्तिक कैंसर हो सकता है। इन कारणों से इन मछलियों के पालन विपणन मत्स्य बीज उत्पादन पर राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण द्वारा रोक लगाई गई है। उन्होंने मत्स्य विक्रेताओं को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि भविष्य में अगर प्रतिबंधित मत्स्य की ब्रिकी करते हुए पाया गया, तो कठोर कार्रवाई की जाएगी ।