देवीपाटन और बस्ती मंडल के आर्य वीरों ने एकजुट होकर जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर एकदिवसीय सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया और ज्ञापन सौंपा। इस प्रदर्शन की शुरुआत एक सूक्ष्म यज्ञ के साथ हुई। धरने का उद्देश्य डीएवी इंटर कॉलेज, बलरामपुर के प्रबंधक संजय तिवारी द्वारा अशोक तिवारी के खिलाफ की जा रही कार्यवाही का विरोध करना था।सभा को संबोधित करते हुए विनोद आर्य ने आरोप लगाया कि संजय तिवारी ने मोहर्रम के दौरान कॉलेज के मुख्य गेट पर ताजिया रखने के लिए सद्दा स्थापित कराया था और कॉलेज परिसर में मांस पकवाया था।
छात्रों की फीस का किया गबन
जब आर्य वीर दल के प्रचार मंत्री और शिक्षक अशोक तिवारी ने इसका विरोध किया और हिंदू समाज के समर्थन से यह कार्य रुकवाया, तब से संजय तिवारी उनके पीछे पड़े हुए हैं।सभा में यह भी बताया गया कि अशोक तिवारी ने बांग्लादेश में हिंदू नरसंहार के विरोध में एक आक्रोश सभा का आयोजन किया था। इसके अगले ही दिन संजय तिवारी ने उन्हें बिना अनुमति के धार्मिक और सामाजिक कार्य करने का आरोप लगाते हुए कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया।राष्ट्रधारक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष करन आर्य ने कहा कि अशोक तिवारी के पुत्र की गंभीर बीमारी और उनकी खुद की हृदय संबंधी समस्याओं के बावजूद प्रबंधक संजय तिवारी ने उनका मेडिकल अवकाश अस्वीकार कर दिया और अगस्त माह का वेतन भी काट लिया। सभा में यह भी आरोप लगाया गया कि संजय तिवारी ने कॉलेज की दुकानों का किराया और छात्रों की फीस का गबन किया है और कई फर्जी नियुक्तियां भी की हैं।
धरने के दौरान आर्य वीरों ने जिला विद्यालय निरीक्षक से संजय तिवारी के भ्रष्टाचार की जांच कर उन्हें पद से हटाने और कॉलेज में प्रशासक नियुक्त करने की मांग की। अशोक तिवारी ने अपनी व्यथा बताते हुए कहा कि उन पर झूठे आरोप लगाकर उन्हें जेल भिजवाने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि धरना प्रदर्शन को रोका जा सके।कार्यक्रम के अंत में, संघर्ष में आर्थिक सहायता देने वाली एक दानवीर माताजी का धन्यवाद किया गया। धरने में सैकड़ों आर्य वीरों ने हिस्सा लिया और अशोक तिवारी के समर्थन में हुंकार भरी।