बलरामपुर। सादुल्लानगर कस्बे में स्थित ब्रिटिश कालीन ऐतिहासिक जिला पंचायत डाक बंगला आज अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। एक सदी से अधिक पुरानी यह इमारत कभी देश के नामचीन नेताओं का प्रवास स्थल हुआ करती थी, लेकिन आज इसकी दीवारों में दरारें हैं, छत से पानी टपकता है और खिड़कियों-दरवाजों की हालत खस्ता हो चुकी है।यह वही बंगला है जहां पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, भारतीय जनसंघ के वरिष्ठ नेता नानाजी देशमुख, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा और कांग्रेस नेता अकबर अहमद डम्पी जैसे कई दिग्गज नेताओं ने प्रवास किया था। यह बंगला कभी राजनीतिक गतिविधियों और उच्चस्तरीय बैठकों का केंद्र रहा करता था।आज इस बंगले की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि यह किसी भी वक्त धराशायी हो सकता है। चारों ओर गंदगी और कूड़े-कचरे का अंबार लगा हुआ है। खिड़कियां और दरवाजे उखड़ चुके हैं। यह दृश्य न केवल प्रशासन की उदासीनता दर्शाता है, बल्कि हमारी ऐतिहासिक धरोहरों के प्रति बेरुखी को भी उजागर करता है।
स्थानीय लोग कर रहे संरक्षण की मांग
स्थानीय नागरिक राधेश्याम श्रीवास्तव और रमाकांत गुप्ता का कहना है कि इस बंगले की ऐतिहासिक महत्ता को देखते हुए सरकार को तत्काल इसका जीर्णोद्धार कराना चाहिए। बजरंगी यादव ने कहा कि यदि इस इमारत को संरक्षित किया जाए, तो यह पर्यटक स्थल के रूप में भी विकसित हो सकता है। वहीं नसीम राईनी, गुलाब और राजेश कुमार समेत अन्य लोगों ने भी इसके संरक्षण की अपील की है।इस मामले में उपजिलाधिकारी ने जानकारी दी कि वे स्वयं स्थल का निरीक्षण करेंगे और संबंधित विभाग को मरम्मत हेतु पत्र भेजा जाएगा। यदि समय रहते मरम्मत नहीं की गई, तो यह ऐतिहासिक इमारत केवल यादों में रह जाएगी।