सद्भावना आवाज़
अंकिता त्रिपाठी
बलरामपुर
जनपद बलरामपुर से बड़े-बड़े सूरमाओं ने चुनाव लड़ा और जीता भी, मगर यहां से जीतने के बाद उन सूरमाओं का ऐसा कोई कार्य बलरामपुर के लिए नहीं किया गया जो धरातल पर दिखाई पड़े। इस बार भी बलरामपुर की जनता ने इतिहास को बदलते हुए लगभग 21 वर्षों बाद नगर पालिका परिषद बलरामपुर में भारतीय जनता पार्टी की वापसी कराई तथा समाजसेवी धीरेंद्र प्रताप सिंह धीरू को पालिका अध्यक्ष के रूप में चुना। धीरू ने चुनाव से पहले लगातार जनता के बीच जाकर नगर की तस्वीर को संवारने का वादा किया था जिसका फायदा उन्हें चुनाव में मिला। पालिका अध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज हुए धीरेंद्र प्रताप सिंह को लगभग 1 महीना होने को आया है परंतु बातों के अलावा कोई भी कार्य उनका जनता के हित में दिखाई नहीं दे रहा है। बीते दिनों हुई हल्की सी बरसात में पूरा नगर मानो स्विमिंग पूल की तरह नजर आ रहा हो।कई जगह तो नगर में ऐसी हैं की नालियों का पानी सारा कूड़ा करकट लेकर सड़कों पर बहना शुरू हो गया।तो कहीं पर हिमालय से भी ऊंचा कूडे का ढेर लगा हुआ है,जिसपर तमाम जानवर खेलते कूदते नजर आ जाते हैं। नगर का हाल ऐसा है की भाजपा कार्यालय जनपद बलरामपुर जो पालिका अध्यक्ष का पार्टी कार्यालय है,और वहां पर अक्सर विकास के मुद्दो पर चर्चा होती ही रहती है पर वर्तमान समय में भाजपा कार्यालय अटल भवन के आसपास घुटनों तक जलभराव है, जिससे यह आभास होता है की विकास की नदी यहीं से बहकर पूरे नगर में फैल गई हो।
इसके साथ मुख्य बाजार में स्थित सब्जी मंडी का हाल तो कुछ ऐसा है की उसके पीछे कूड़े का भंडार और जलभराव है, अगर कोई पैदल चला भी जाए तो हो सकता है वह गिरे और अपने हाथ पैर भी तुड़वा ले।नगर के मुख्य बाजार में चलना तक दुश्वार है, जगह जगह कूड़ा, सड़को पर चलता नालियों का पानी।पूरे बाजार में हल्की बरसात के बाद ही नालियों का पानी सड़को पर आ गया है।नगर के पजवा तालब से लेकर गुरुद्वारा और गर्ल्स कालेज तक तो ऐसा हाल है की एक साथ टूटी सड़कों पर कई स्विमिंग पूल देखने को मिलते हैं। गदुरहवा मोहल्ले में सभी नालियां समय पर साफ न होने से पानी सड़क पर चल रहा।अब जरा सोचिए आए दिन बड़े बड़े वादे और विकास के दावे करने वाले पालिका अध्यक्ष को क्या जनता की परेशानियों की कोई जानकारी है। या उन्हें सिर्फ और सिर्फ समारोहों में शिरकत करने के लिए ही जानता ने चुना है।अध्यक्ष जी को निरंतर अपने चाहने वालों के साथ फोटो खींचते हुए किसी न किसी पार्टी के देखा जा सकता है।अगर बलरामपुर की जनता ने आपके बातों पर विश्वास करके आपको पालिका अध्यक्ष की कुर्सी का दायित्व सौंपा है, तो आपकी कोई जिम्मेदारी नहीं है की आप जनता से जुड़ी दिक्कतों का पता लगाकर उन्हें दूर करें। या फिर नए सोफे,कुर्सी मंगाने और हरी दीवाल को भगवा करने को ही इनका विकास समझा जाए।अगर आपको नगर के बीच में स्थित झारखंडी रेलवे स्टेशन जाना है तो शायद नाव का सहारा तक लेना पड़े। मुख्य बाजार में नालियों पर ठेले वालों ने कब्जा कर रखा है,और सारा कूड़ा नालियों पाट रहे जिससे नालियों का पानी ऊपर तक आ रहा। पिछले दिनों नगरपालिका द्वारा कूड़ा के लिए एक डंपिंग यार्ड भी बनाया गया परंतु अभी तक वह खाली है,और नगर में हर तरफ कूड़े का ढेर लगा है।
मोहल्ला तुलसी पार्क तो मानो तुलसी सरोवर का रूप ले चुका है।बलरामपुर की इस खस्ताहाल स्थिति पर न पालिका प्रशासन और न ही पालिका अध्यक्ष को कोई खबर है।नगरपालिका कार्यालय की कुछ ही दूरी पर स्थित महाराजा बलरामपुर द्वारा निर्मित दुकानों को जानेवाले रास्ते पर तो कीचड़ और जलभराव इतना है की राहगीरों ने उधर जाना ही छोड़ दिया।कुल मिलाकर अगर देखा जाए तो अभी पूरी तरह बरसात का मौसम भी नही आया,हल्की ही बरसात हुई है जिससे पूरे नगर बलरामपुर में जलभराव,नालियों का उफनना,और कूड़े का बिखराव एक गंभीर समस्या बन गया है,जिस पर नगरपालिका का कोई रुझान देखने को नहीं मिल रहा।लगातार चुनाव के दौरान जनता से विकास और जनहित के कार्यों का वादा करने वाले जिम्मेदार नदारद हैं,और जनता इन परेशानियों का सामना कर रही है।
आइये बलरामपुर नगर के और चले…

विकास के दलदल में कमल खिलाने की तैयारी

डूब गया अटल भवन तुलसीपार्क बना तुलसी सरोवर काई सालो बाद नगरपालिका जीत हासिल करने पर भी आखिर नाकाम रही भाजपा सरकार नाक के नीचे ही पटी सारी नाली नहीं कोई निकास चारो ओर जल भराव।
नगर के मुख्य वीर विनय से चौक बाजार तक जाने वाला मार्ग ठेले और सड़क पर लगने वाली दुकानों के कब्जे में है। जिन्होंने आसपास की नालियों को कूड़े करकट और बेकार के प्लास्टिक से पाट कर रख दिया है। पाल इलेक्ट्रॉनिक्स से श्याम सुंदर एंड सन तक ऐसे कई ठेले वाले और सड़क पर दुकान लगाने वाले हैं, जिन्होंने नालियों को बंद कर दिया है।

नगर के प्रतिष्ठित मिठाई के दुकान राममिष्ठान भंडार के पीछे तो मानो कूड़े का ढेर हो। कहीं जानवरों के अवशेष कहीं प्लास्टिक का कचरा ,छुट्टा जानवरो के लिए तो ये दस्त वाली गली बनकर रह गया है।

नगर पालिका कार्यालय के कुछ ही मीटर दूरी पर स्थित महाराजा धर्मेंद्र प्रताप सिंह कॉम्प्लेक्स के बगल में सड़क पर घुटनों तक पानी भरा है।जो की निकलने का नाम नहीं ले रहा।यह कमर्शियल बिल्डिंग शहर के बीच में बनाई गई थी ग्राहकों की सुविधा हेतु,परंतु सड़क तालाब बनी है तो कोई ग्राहक दुकानों तक पहुंच ही नहीं पाता।जबकि इसी सड़क पर शहर के प्रतिष्ठित चिकित्सकों का भी अस्पताल है,जहां काफी दूर दराज से मरीज आते हैं,जिनको यही स्थिति का सामना करना पड़ता है।यह तो वही कहावत है की दिया के तले ही अंधेरा है।

एकमात्र झारखंडी स्टेशन को जाने वाला मार्ग सालों से ध्वस्त पड़ा है। किसी को आज तक इसकी सुध नहीं है। बरसात का पानी यहां से खिसकने में महीने तक लग जाते हैं। जिम्मेदार लोगों की इस पर कोई नजर नहीं है सभी सिर्फ एक दूसरे पर आरोप मढ़ते नजर आते हैं। हर दिन इस मार्ग पर कोई ना कोई रिक्शा आता है और सवारियों को आए दिन मुश्किलों का सामना करना पड़ता है आखिर यह जवाब देही किसकी है?

नगर पालिका प्रशासन यह दावा करता है कि पिछले शासन के मुकाबले इस बार हम अच्छा काम कर रहे हैं। सभी वार्डों की नियमित सफाई हो रही है। जबकि असलियत यह है की खाली प्लाटों को कूड़े के डंपिंग यार्ड के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। क्या सफाई कर के सारा कूड़ा खाली प्लाटों पर ही पाटने को सही काम समझा जाए।और उन खाली प्लाटों की सफाई नहीं होती।या फिर यह इंतजार किया जाता है की खूब बरसात हो जिससे सारा कूड़ा बहकर नालियों में पट जाए और नालियों का पानी सड़को पर बहने लगे।

सावन का महीना लग गया है सभी छोटे बड़े मंदिरों पर भक्तों का ताता लगना शुरू हो गया है ऐसे कई प्राचीन और पुराने मन्दिर हमारे बलरामपुर शहर मे भी है, ऐसा ही एक मन्दिर सब्ज़ी मंडी के पीछे गोविंदबाग मोहल्ले मे भी बना है। जिसके बगल और बराबर मे एक नाली भी है। नाली का पानी अक्सर चोक होने के कारण मंदीर के अंदर भी आ जाता है वैसे तो भाजपा धर्म और भावनाओ का बहुत ही कद्र करती है पर भाजपा के ही सभासद पता नही इस चीज को कैसे भूल गए और इनके वार्ड मे स्थित शिव मन्दिर पर ध्यान नही दे पा रहे। पूरे रास्ते का हाल बदहाल है, मोहल्ले की हालत इन दिनों बेहद खस्ता है। यहाँ गलियों की रखवाली छुट्टा जानवर करते है।

सब्जी मंडी के पीछे को जानेवाले रास्ते पर तो मानो नगरपालिका प्रशासन का ध्यान ही नही।जगह जगह कूड़े के पहाड़ हिमालय का रूप ले रहे उनको उठाने कोई नही आता,जैसे मानो कूड़े नुमा पर्यटन स्थल का विकास ही नगरपालिका प्रशासन की प्राथमिकता हो। इतनी गंदगी और फिसलन भरी गली में कोई भी मुफ्त में स्केटिंग का मजा ले सकता है। इतनी गंदगी होने के बाद भी जिम्मेदार लोग आंख बंद किए हैं।

ये दुनिया के विख्यात हेयर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब का आउटलेट जो कि तुलसीपार्क स्टेशन रोड पे स्थित है, शायद कहीं ना कहीं ये सभी आउटलेट्स बलरामपुर के स्टैंडर्ड य क्लास को मेंटेन करने में लगे है, लेकिन हमारे नगर पालिका व नगर पालिका कर्मचारियों का नहीं पा रहे साथ।
तस्वीरे और भी हे…







