दुनिया की कई इलाकों में आज भी कोरोना वायरस संक्रमण के मरीज मिल रहे है। कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या हालांकि पहले की अपेक्षा काफी कम है। इसी बीच भारत में निपाह वायरस की भी मामले केरल राज्य में सामने आए हैं। अब विशेषज्ञों ने एक और महामारी की आशंका व्यक्त कर दी है जिससे माहौल काफी गंभीर हो गया है।भारत और पूरी दुनिया कोरोना वायरस संक्रमण की खतरे से अभी पूरी तरह से उभरी नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन कई बार कह चुका है कि कोरोना वायरस अभी पूर्ण रूप से खत्म नहीं हुआ है। वहीं कोरोना वायरस महामारी के दौरान कई तरह की समस्याओं का सामना भारत और पूरी दुनिया को करना पड़ा था। जानकारों की माने तो दुनिया की कई इलाकों में आज भी कोरोना वायरस संक्रमण के मरीज मिल रहे है।
कोरोना वायरस संक्रमण से 7 गुना अधिक भयावह
कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या हालांकि पहले की अपेक्षा काफी कम है। इसी बीच भारत में निपाह वायरस की भी मामले केरल राज्य में सामने आए हैं। अब विशेषज्ञों ने एक और महामारी की आशंका व्यक्त कर दी है जिससे माहौल काफी गंभीर हो गया है।जानकारों की मानें तो विशेषज्ञों ने महामारी की संभावना जताई है वह महामारी कोरोना वायरस संक्रमण से 7 गुना अधिक भयावह हो सकती है। माना जा रहा है कि अगर दुनिया इस महामारी की चपेट में आती है तो दुनिया भर में 4.5 करोड़ से अधिक लोगों की मौत इस भयानक गंभीर बीमारी से हो सकती है।बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस महामारी को एक्स नाम दिया है।
नई महामारी जो अपना विकराल रूप कर रही धारण
इस बीमारी के संदर्भ में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आशंका जताई है कि एक नई महामारी है जो अपना विकराल रूप अभी धारण कर रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि यह बीमारी कोरोना वायरस संक्रमण से कहीं ज्यादा भयानक और घातक सिद्ध हो सकती है। डेली मेल की एक रिपोर्ट की मानी तो कई विशेषज्ञों ने इस बीमारी एक्स को लेकर गंभीर चेतावनी जारी कर दी है। उन्होंने यह भी कहा है कि कोरोनावायरस संक्रमण आपदा की सिर्फ एक छोटी सी शुरुआत की झलक ही है। अगर ये बीमारी फैलती है तो इसका परिणाम सोच से भी परे हो सकता है।
जान बचाना एक बहुत बड़ी चुनौती
इस संबंध में यूनाइटेड किंगडम की वैक्सीन टास्क फोर्स की प्रमुख केट बिंघम का बयान भी सामने आया है। केट के मुताबिक अगर यह एक बीमारी महामारी के तौर पर फैलती है तो यह बीमारी कम से कम 50 लाख लोगों को मौत के घाट उतार सकती है। सिर्फ यही नहीं अगर यह बीमारी महामारी का रूप ले लेती है तो पूरी दुनिया के लिए इस बीमारी से निपटना और लोगों की जान बचाना एक बहुत बड़ी चुनौती होगी। एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि यह बीमारी सिर्फ इंसानों ही नहीं बल्कि पक्षियों के लिए भी जानलेवा साबित होगी।