वर्ष 1930 तक एक्सपेरिमेंट चलें। हालांकि वर्ष 1930 में इन एक्सपेरिमेंट को करने वाले डॉक्टर ने एक ऊंची टावर से कूद कर आत्महत्या कर ली थी। डॉक्टर की इस आत्महत्या के बाद दोबारा कई तरह की बातें इस आयरलैंड को लेकर उठने लगी।पूरी दुनिया कई विचित्र रहस्यों से भरी हुई है। कई रहस्य ऐसे हैं जिनके बारे में आम लोगों को काफी कम जानकारी है। दुनिया में कई ऐसी खौफनाक जगह है जहां आम लोग जाने की हिम्मत नहीं कर पाते। वहीं कहीं ऐसी जगह है जहां पर जाने के लिए कई तरह की कंडीशंस है कई जगहों पर जाने की इजाजत तक नहीं दी जाती। इसी तरह की एक जगह है ‘आइलैंड ऑफ घोस्ट’ यानी ‘भूतों का आइलैंड’। यह आयरलैंड इटली के उत्तर में वेनिस और लाडो के बीच स्थित पावेलिया का एक छोटा सा द्वीप है। यह एक ऐसी जगह है जहां जाने के लिए विशेष अनुमति लेना अनिवार्य है। यानी कोई भी व्यक्ति बिना अनुमति लिए इस आयरलैंड पर घूमने नहीं जा सकता।
यह जाना जरूरी है कि इस आईलैंड पर जाने में लोगों के लिए पाबंदी क्यों लगाई गई है। द रिजल्ट दर्शन की खबर की मानी तो यह आइलैंड भूतों का आईलैंड कहा जाता है क्योंकि इस आइलैंड पर कुल एक लाख 60000 शवों की राख बिखरी हुई है। जानकारी की मुताबिक यह आइलैंड बीते 55 सालों से बंजर भूमि की तरह पड़ा हुआ है यानी आइलैंड को 1968 के बाद से खाली छोड़ दिया गया है। यहां पर कोई नहीं आता जाता।जानकारी के मुताबिक साल 1776 में यह आइलैंड वीनस से आने जाने वाले सभी सामानों और लोगों के लिए एक तरह का चेक पॉइंट हुआ करता था। यहां अचानक ब्लैक डेथ और उपयोग के मामले आने लगे जिस कारण 1793 से लेकर 1814 तक आयरलैंड को एक क्वॉरेंटाइन स्टेशन के तौर पर उपयोग में लाया गया। ब्लैक डेथ से जो भी लोग संक्रमित होते उन्हें वेनिस में घुसने से पहले इस आईलैंड पर क्वॉरेंटाइन किया जाता था। अगर लोगों में किसी और बीमारी का लक्षण भी दिखता था तो उन्हें इसी द्वीप पर पहुंचाया जाता था।
अगर किसी बीमारी से स्थिति नियंत्रण से बाहर होती तो ऐसी स्थिति में बीमारी को फैलने से रोकने के लिए कई बीमार व्यक्तियों और पीड़ितों को इस आयरलैंड पर जिंदा भी जलाया गया है। जानकारी के मुताबिक इसके बाद यह आइलैंड लगभग 1 लाख 60,000 शवों के लिए कब्रिस्तान बन गया था। इस आयलैंड की जानकारों और विशेषज्ञों का कहना है कि इस आईलैंड पर जो मिट्टी है उसमें से 50% से अधिक मिट्टी मानव दाह संस्कार की राख से बनी हुई है।वर्ष 1922 में एक मेंटल हॉस्पिटल की भी जानकारी सामने आई है जो अपने कई कारनामों के लिए बेहद सुर्खियों में और चर्चा में रहता था। अफवाहों पर विश्वास करें तो इस मेंटल हॉस्पिटल के डॉक्टर वहां के मरीजों पर कई विचित्र तरह के एक्सपेरिमेंट किया करते थे।
वर्ष 1930 तक एक्सपेरिमेंट चलें। हालांकि वर्ष 1930 में इन एक्सपेरिमेंट को करने वाले डॉक्टर ने एक ऊंची टावर से कूद कर आत्महत्या कर ली थी। डॉक्टर की इस आत्महत्या के बाद दोबारा कई तरह की बातें इस आयरलैंड को लेकर उठने लगी। इसके बाद आयरलैंड को बंद कर दिया गया था। बता दे कि इस आयरलैंड की एक तरफ जंगल है जबकि दूसरी तरफ मेंटल हॉस्पिटल की खस्ता हालत इमारत बनी हुई है।लोगों का कहना है कि यह आयरलैंड आज भी काफी खौफनाक है। कुछ समय पहले ही 40 वर्षीय एक व्यक्ति ने यूट्यूब पर भी आयरलैंड की बेहद विचित्र और खौफनाक जानकारी और तस्वीरें साझा की थी। आयरलैंड के आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों का कहना है की आईलैंड पर कई बार उन्हें अजीब आवाजों के साथ घटी की आवाज भी सुनाई देती है जिसे आयरलैंड से सालों पहले हटा दिया गया था।