सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इटवा में सभी महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता व पर्यवेक्षिका बाल विकास एवं पुष्टाहार का दो दिवसीय संयुक्त प्रशिक्षण संपन्न हुआ। दो दिनों तक चली ट्रेनिंग में बाल विकास एवं स्वास्थ्य विभाग को किस प्रकार आपसी समन्वय के साथ कार्य करना है, इस विषय पर सभी को प्रशिक्षित किया गया।बताया गया कि अब आशा बहुओं और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का एरिया समान होगा। जिससे पोषण एवं स्वास्थ्य संबंधी कार्य करने में आसानी होगी। जिले से आए ट्रेनर जिला सामुदायिक विशेषज्ञ महेंद्र भूषण उपाध्याय ने कहा कि दोनों विभाग एक साथ कार्य करें और जन समुदाय तक बाल विकास व स्वास्थ्य विभाग की योजनाएं पहुंचाने का काम करें। टीकाकरण सहित अन्य कार्य आपसी समन्वय के साथ सुनिश्चित कराएं।
एकरूपता बनाने के लिए बनाए मैप
प्रशिक्षक जया श्रीवास्तव ने कहा कि आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ता का पहले क्षेत्र अलग-अलग रहता था, इसकी वजह से तमाम कठिनाइयां एवं समस्याएं आती थीं। अब सरकार की मंशा है कि दोनों का क्षेत्र समान रहे। इससे पोषण एवं स्वास्थ्य संबंधित बिंदु पर संयुक्त रूप से कार्य आसानी से कराए जा सकेंगे। भगौतिक कार्य क्षेत्र में राजस्व ग्राम स्तर पर एकरूपता बनाने के लिए मैप बनाए जाएंगे। सारी प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद सहमति से क्षेत्र चयनित किया जाएगा और फिर उसी के अनुसार कार्य किए जाएंगे।
अधीक्षक डा. संदीप द्विवेदी ने प्रशिक्षण देते हुए कहा कि टीकाकरण एवं अन्य कार्यों में दिक्कतें आ रही थीं, पर समान क्षेत्र के बाद ये समस्या दूर हो जाएगी। सुषमा व अल्पना ने भी महत्वपूर्ण बिंदुओं पर जानकारी देते हुए सभी को प्रशिक्षित किया। कहा कि समान क्षेत्र होने से ड्यू लिस्ट एवं टीकाकरण सूची एक तरह की होंगी, इसकी वजह से कार्य करने में आसानी होगी और रिपोर्ट भी शत-प्रतिशत सही होगी।दो दिनों तक चली ट्रेनिंग में बीपीएम अनिल यादव, बीसीपीएम शिव शंकर वरूण, रीना तिवारी, नंदावती मौर्य, प्रियंका, आरती, गीता, नीतू चंदेल, श्रंखला, अनुपमा सहित सभी एएनएम, बाल विकास विभाग की सुपरवाइजर एवं आशा संगिनी की उपस्थिति रही।