उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में भाजपा और उसके सहयोगी दल राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने 9 में से 7 सीटों पर कब्जा जमाकर एक बार फिर अपनी राजनीतिक ताकत का प्रदर्शन किया। नवनिर्वाचित विधायकों का शपथ ग्रहण समारोह शुक्रवार को विधानसभा में आयोजित किया गया, जहां विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने विधायकों को शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधायकों को बधाई देते हुए इसे जनता की आस्था और प्रदेश के विकास की जीत करार दिया। इस अवसर पर विधायकों ने ‘राष्ट्र सर्वोपरि’ के संकल्प को दोहराया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व पर अपनी निष्ठा जताई।
जनता के विश्वास का धन्यवाद, क्षेत्र के विकास पर जोर
शपथ लेने वालों में कुंदरकी से रामवीर सिंह, फूलपुर से दीपक पटेल, खैर से सुरेंद्र सिंह, गाजियाबाद से संजीव शर्मा, कटेहरी से धर्मराज निषाद, मझवां से सुचिस्मिता मौर्य और मीरापुर से रालोद की मिथलेश पाल शामिल हैं। इन विधायकों ने क्षेत्र के विकास और जनता की सेवा को प्राथमिकता देने का वादा किया।
योगी सरकार की लोकप्रियता बनी जीत की वजह
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनकी सरकार ने कानून-व्यवस्था, बुनियादी ढांचे के विकास और पारदर्शी प्रशासन के माध्यम से जनता का भरोसा जीता है। उज्ज्वला योजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना और ग्रामीण सड़कों व बिजली जैसी योजनाओं ने आम जनता को राहत पहुंचाई है। अपराध नियंत्रण और धार्मिक स्थलों के पुनरोद्धार ने सरकार की छवि को और मजबूत किया।
विपक्ष का प्रयास नाकाम
उपचुनाव में समाजवादी पार्टी और विपक्षी गठबंधन के दावे ध्वस्त हो गए। उनकी तमाम कोशिशों के बावजूद वे जनता का भरोसा जीतने में नाकाम रहे। इस जीत ने प्रदेश में भाजपा की मजबूत स्थिति को और पुख्ता कर दिया है।
सदन में सक्रियता की जरूरत: विधानसभा अध्यक्ष
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने नवनिर्वाचित विधायकों को संबोधित करते हुए कहा कि विधानसभा का सदस्य होना गौरव की बात है। उन्होंने विधायकों से सदन में सक्रिय भूमिका निभाने और जनता के बीच जाकर उनके मुद्दों को उठाने की अपील की। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी समेत कैबिनेट मंत्री और विधायकगण उपस्थित रहे।