संविधान दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन में आयोजित एक भव्य समारोह में संविधान के उद्देशिका का पाठन कर संविधान निर्माताओं को श्रद्धांजलि दी और प्रदेशवासियों से संविधान के आदर्शों को आत्मसात करने की अपील की। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि संविधान के साथ छेड़छाड़ कर कांग्रेस ने भारतीय संविधान का गला घोंटने का काम किया।सीएम योगी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने संविधान में ‘सेक्युलर’ और ‘समाजवादी’ शब्द जोड़कर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर द्वारा तैयार संविधान के मूल स्वरूप को बदल दिया। उन्होंने कहा कि 26 नवंबर 1949 को जब संविधान को अंगीकार किया गया था, तब इन शब्दों का कोई स्थान नहीं था, लेकिन इमरजेंसी के दौरान इन शब्दों को संविधान में घुसा दिया गया।
कांग्रेस पर संविधान के मूल स्वरूप से छेड़छाड़ का आरोप
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत का संविधान देश के 140 करोड़ नागरिकों को एकता के सूत्र में बांधता है और यह लोकतंत्र के स्थायित्व की गारंटी है। उन्होंने भारतीय संविधान को दुनिया का सबसे विस्तृत और मजबूत संविधान बताते हुए कहा कि बाबा साहब अंबेडकर की दूरदर्शिता के कारण भारत ने महिलाओं को सबसे पहले मताधिकार दिया, जो कि आज भी दुनिया के अन्य देशों के लिए मिसाल है।
आत्मसात करने का किया आह्वान
इसके अलावा, सीएम योगी ने संविधान के आदर्शों के पालन की आवश्यकता को प्रमुख बताते हुए कहा कि “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हर नागरिक को संविधान के कर्तव्यों और अधिकारों का पालन करना चाहिए। उन्होंने संविधान के मूल्यों को आत्मसात करने का आह्वान किया और इसे सार्वजनिक महत्व का दिन मानते हुए जागरूकता अभियान चलाने की अपील की।इस मौके पर मुख्यमंत्री ने ‘संविधान से आदर्श और मूल्य’ विषय पर आयोजित वाद-विवाद और निबंध प्रतियोगिता के विजेता छात्रों को सम्मानित भी किया। कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक सहित कई मंत्री, विधायक और अधिकारी भी उपस्थित रहे।