पीएसी के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल हुए और समाज के लिए किए जा रहे उनके कार्यों के लिए प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “पीएसी का देश दुनिया में सर्वोत्तम कार्य है। उन्होंने कहा, साल 2001 में देश की संसद पर जब हमला हुआ था, तब पीएसी की जवानों का पराक्रम दिखाई दिया। योगी ने राम जन्मभूमि पर हमले को निष्क्रिय करने में पीएसी के जवानों की तारीफ की है।सीएम योगी ने कहा, मौजूदा समय में करीब 40000 से ज्यादा पीएसी कर्मी अपनी कर्तव्य और निष्ठा का प्रदर्शन करते हुए राज्य में कानून व्यवस्था स्थापित करने का कार्य कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश में धार्मिक और सार्वजनिक कार्यों को संपन्न करने का भी कार्य कर रहे हैं। यूपी एसटीएफ में कमांडो, यातायात ड्यूटी, यूपी में 112, एसडीआरएफ में रहकर ड्यूटी कर रहे हैं।
सीएम ने कहा, “पूर्व की सरकारों में प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) की 46 कंपनियां समाप्त कर दी गई थीं। उन्हें बहाल व पुनर्जीवित करते हुए इस बल में 41 हजार से अधिक भर्तियां की गईं। 10 अतिरिक्त कंपनियों का गठन भी किया गया। शामली व बिजनौर में दो नई पुरुष बटालियन व तीन अन्य महिला बटालियन का भी गठन किया जा रहा है।प्रदेश में एसडीआरएफ के लिए 1029 पदों का सृजन, लखनऊ मेट्रो की सुरक्षा के लिए 433 व नोएडा मेट्रो के लिए 381 पदों पर स्वीकृति दी है।
सीएम योगी के सामने प्रदर्शन
महिला पीएसी में पहले चरण में 3 बटालियन की स्थापना लखनऊ, गोरखपुर और बदायूं में चल रही है। प्रत्येक बटालियन के लिए 1262 पद स्वीकृत किए गए हैं। दूसरे चरण के लिए 3 अन्य की स्थापना होगी।पीएसी के स्थापना दिवस पर जवानों ने कुश्ती खेलकर दांव-पेंच दिखाए। पीएसी के 27 जवानों की एक टुकड़ियों ने मलखम का प्रदर्शन किया। आतंकी घटनाओं में पीएसी के कमांडों कैसे कार्रवाई करते है, उसको जवानों ने सीएम योगी के सामने प्रदर्शन किया। सीआरपीएफ और एसएसबी के जवानों के बैंड ने अपनी-अपनी धुन बजाई।