सद्भावना आवाज़
बहराइच
बहराइच जनपद में गुरुवार को डीएम ने बैठक की। बैठक में कृषकों को गुणवत्तायुक्त उर्वरकों की उपलब्धता निर्धारित दर पर सुनिश्चित कराने, जमाखोरी व कालाबाजारी पर रोक और अन्य उत्पादों की टैगिंग पर अंकुश लगाए जाने पर चर्चा हुई। ये बैठक कलेक्ट्रेट सभागार हुई, जिसकी अध्यक्षता डीएम मोनिका रानी ने की।डीएम ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया कि उर्वरक की तस्करी पर प्रभावी अंकुश लगाए जाने हेतु सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरती जाए। डीएम ने कहा कि उर्वरक की तस्करी से सम्बन्धित मामले संज्ञान में आने पर दोषी व्यक्तियों के विरूद्ध नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाए।डीएम ने निर्देश दिया कि लाइसेंस लेने के बाद कार्य न करने वाले लाइसेन्स धारकों को चिह्नित कर उनके लाइसेन्स नियमानुसार रद्द करने की कार्रवाई की जाए। जिले में गठित किसान संगठनों (एफपीओ) को उवर्रक बिक्री के लिए थोक उवर्रक विक्रेताओं को एफपीओ की सूची उपलब्ध करा दी जाए। डीएम ने कहा कि इस कार्य को खरीफ सीजन से ही सुनिश्चित करा लिया जाए।डीएम ने थोक उवर्रक विक्रेताओं को निर्देश दिया कि जल्द से जल्द कृषि विभाग को एकनालेजमेन्ट उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए। बैठक में जिला कृषि अधिकारी ने जनपद में उर्वरकों की उपलब्धता, पीओएस मशीन से उर्वरकों के वितरण, उर्वरक प्रतिष्ठानों के जियो टैगिंग कराने व प्रवर्तन संबंधी की गई कार्रवाई की भी जानकारी ली।
लापरवाही बरतने पर विक्रेताओं पर होगी कार्रवाई
डीएम ने कहा कि नेपाल सीमा पर तस्करी में लिप्त किसी भी व्यक्ति अथवा व्यवसायी को उर्वरकों की आपूर्ति बिल्कुल ना की जाए। अन्यथा दोषी पाए जाने पर थोक व्यापारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।डीएम ने सभी विक्रेताओं को चेतावनी दी कि प्रचलित उर्वरकों के साथ अन्य उत्पादों की टैगिंग ना की जाए। जिले के सभी थोक विक्रेता निर्धारित दरों पर ही फुटकर विक्रेताओं को उर्वरकों की आपूर्ति करें, जिससे नियमानुसार कृषकों को निर्धारित मूल्य पर उर्वरक उपलब्ध हो सके। बैठक में डीएम ने पीसीएफ के बफर गोदाम के भण्डारण की क्षमता बढ़ाने के लिए भी जिला प्रबन्धक पीसीएफ को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।