बलरामपुर।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सर्वप्रथम शुरू की गई बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना भारत की पिछड़ी बेटियों को आगे करने के लिए प्रारंभ की गई थी। भारत देश में घटते लिंगानुपात और कन्याओं की जन्म के पहले ही हत्या के रोकथाम के लिए यह योजना चलाई गई। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत निर्धारित कार्य योजना के अनुसार जनपद स्तर पर गिरते शिशु लिंगानुपात इनसे हो रहे परिणाम व कन्या भ्रूण हत्या के खात्मे के लिए इस विषय पर विकास भवन सभागार बलरामपुर में जनपद स्तरीय एक सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, नोडल अधिकारी पीसीपीएनडीटी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उपस्थित अधिकारियों के द्वारा एक्ट के प्रावधानों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इसी कार्यक्रम में सीएमओ, जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा भी इस संबंध में जानकारी को साझा किया गया। जिसके तहत सीएमओ द्वारा सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों अल्ट्रासाउंड संचालकों व प्रबंधकों को लिंग चयन जांच के संबंध में सावधान किया और बताया कि दीवार पर उचित तरीके से इसे लिखा जाए जिससे कि ऐसी घटना को अंजाम देने वाले और मंशा रखने वाले दोनों सावधान रहें। सीएमओ द्वारा पीसीपीएनडीटी एक्ट का उचित रूप से अनुपालन किया जाए ऐसा निर्देश भी सबके समक्ष दिया गया। इस दौरान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, अल्ट्रासाउंड एसोसिएशन के अध्यक्ष व सेंटर संचालक के साथ प्रबंधक व विधि परिवीक्षा अधिकारी/प्र0 संरक्षण अधिकारी, महिला कल्याण अधिकारी रागिनी मिश्रा ,जिला समन्वयक, महिला शक्ति केंद्र, सामाजिक कार्यकर्ता, बाल संरक्षण, इकाई व अन्य सभी उच्च अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित रहे। इस सेमिनार के माध्यम से उपस्थित अतिथियों ने प्रधानमंत्री द्वारा चलाई गई बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना को सुचारू रूप से चलाया जा सके और जन्म से पहले हो रही कन्याओं की हत्या को रोका जा सके इसके लिए जानकारी साझा की और दिशा निर्देश भी प्रदान किए।