उत्तर प्रदेश।
यूपी का मौसम आज फिर करवट ले सकता है। मौसम विभाग ने 14 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। लखनऊ में बादल छाए रहने के साथ बारिश की संभावना है। लखनऊ में अनुमान है कि न्यूनतम तापमान 15 से 18 डिग्री के आस-पास रहेगा। अधिकतम तापमान 28 से 30°C तक रिकॉर्ड किया जा सकता है।ठंडी हवाएं गर्मी से मिलेंगी राहत।
पहाड़ी राज्यों में मौसम ने करवट ली है। इसलिए यूपी के तराई इलाकों में अचानक मौसम बदल गया। मौसम विभाग ने 16 और 17 मार्च के आस-पास मौसम बदलने का अलर्ट जारी किया था। राजधानी लखनऊ में गुरुवार सुबह से ही बादल छाए हुए हैं। मौसम विभाग के पूर्वा अनुमान के अनुसार, 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। इससे गर्मी से राहत मिलेगी। मगर, बदलते मौसम की वजह से सर्दी, जुकाम जैसे मरीजों की संख्या जरूर बढ़ेगी।लगातार पारा चढ़ने से तपिश बढ़ गई है।
बुधवार को दिन का तापमान 24 घंटे में 1.4 से बढ़कर 34.4 °C रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग का कहना है कि 16 से 21 मार्च तक आंधी, पानी और ओला गिरने की संभावना है। 72 घंटों से दिन का पारा लगातार बढ़ रहा है। गुरुवार शाम से मौसम में बदलाव के आसार हैं, जो अगले कई दिन बना रहेगा। लगातार एक जैसा मौसम नहीं रहेगा।अयोध्या समेत पूर्वी उत्तर प्रदेश में अगले 24 घंटे में बादल छाए रहने की संभावना है।
इस दौरान न्यूनतम तापमान 15 °C और अधिकतम तापमान 33 °C रहने की संभावना है। आचार्य नरेंद्र देव कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो दिनों तक शहर में बारिश की संभावना नहीं है।झांसी में मौसम ने करवट बदल ली है। सुबह से भी आसमान में बादल छाए हुए हैं। बुधवार को अधिकतम तापमान 37.2 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 18.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। आज गुरुवार को न्यूनतम तापमान 19 और अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 4 दिनों तक बादल छाए रहेंगे। धूलभरी आंधी के साथ बारिश हो सकती है।बरेली में सुबह से धूप खिली हुई है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले 48 घंटे कभी धूप तो कभी आसमान में बादल छाए रहेंगे। आज अधिकतम तापमान 33 डिग्री और न्यूनतम तापमान 15 डिग्री रहने का अनुमान है। 8 किलोमीटर प्रति घंटा के रफ्तार से हवाएं चलेंगी। 18 मार्च से आस-पास के जिलों में हल्की बारिश की संभावना है।
बारिश में मटर, चना फसल कट कर घर पहुंच गई हैं। जबकि गेहूं समेत अन्य फसलें पकाव पर हैं। ऐसे में बारिश, आंधी और ओलावृष्टि होती है तो इन फसलों को नुकसान पहुंच सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि पकी फसलों की कटाई या मड़ाई कर लें। गेहूं की फसल पकाव पर है, आंधी-बारिश से फसल गिरने की आशंका है।