श्रावस्ती के मल्हीपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दो महिला स्वास्थ्यकर्मियों के बीच पानी को लेकर विवाद मारपीट तक पहुंच गया। मामले ने तब तूल पकड़ा जब दोनों ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए और थाने में तहरीर दी।स्टाफ नर्स दीपा ने आरोप लगाया कि उनके साथ न केवल मारपीट की गई, बल्कि जातिसूचक शब्दों का भी प्रयोग किया गया। दूसरी ओर, दूसरी महिला स्वास्थ्यकर्मी ने भी मारपीट और अभद्रता के आरोप लगाए।
सीएचसी प्रशासन पर भी लगे गंभीर आरोप
इस विवाद ने सीएचसी प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। स्टाफ नर्स ने सीएचसी प्रशासन पर भेदभाव और अनियमित आवास आवंटन का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि बीसीपीएम (ब्लॉक कम्युनिटी प्रोग्राम मैनेजर) को नियम विरुद्ध आवास आवंटित किया गया है, जिससे अन्य कर्मचारियों को असुविधा हो रही है।दोनों महिलाओं ने मल्हीपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। सीएचसी प्रशासन से भी इस विवाद के संबंध में रिपोर्ट मांगी गई है।
पानी के मुद्दे ने खोले प्रशासनिक खामियों के पोल
स्वास्थ्य केंद्र पर इस प्रकार के विवाद ने प्रशासनिक प्रबंधन की खामियों को उजागर कर दिया है। कर्मचारियों के बीच तालमेल की कमी और आवासीय सुविधाओं में अनियमितता ने समस्या को और बढ़ा दिया है।मल्हीपुर सीएचसी का यह मामला स्थानीय प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है। अब देखना होगा कि पुलिस और स्वास्थ्य विभाग इस विवाद को सुलझाने और प्रशासनिक खामियों को दूर करने के लिए क्या कदम उठाते हैं।