जनपद बलरामपुर के एमएलके पीजी कॉलेज के हॉकी मैदान पर चल रहे “महाराजा सर भगवती प्रसाद सिंह अखिल भारतीय प्राइज मनी हॉकी टूर्नामेंट” के पांचवे दिन सोमवार को फाइनल मैच खेल कर समापन हुआ। इस मुकाबले में श्री मेघबरन सिंह हॉकी एकेडमी, करमपुर, गाजीपुर ने शानदार प्रदर्शन करते हुए महाराजा सर बी. पी. सिंह कप को अपने नाम किया। इससे पहले, सेमीफाइनल मुकाबले में श्री मेघबरन सिंह हॉकी एकेडमी ने पिछले साल की विजेता टीम आईटीबीपी जालंधर को 3-2 से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी। उसी अद्वितीय खेल का प्रदर्शन करते हुए इस टीम ने फाइनल मुकाबले में नागपुर अकादमी, नागपुर को हराकर विजेता बनकर इस टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम किया। फाइनल मैच की शुरुआत कॉलेज के विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों से की गई। इसमें विद्यार्थियों ने “चक दे इंडिया” पर नृत्य करके मैदान में उपस्थित सभी दर्शकों को उत्साहित किया और सभी के मन में यह सवाल था कि आखिर कौन विजेता बनेगा। समापन समारोह में मुख्य अतिथि जिला अधिकारी पवन अग्रवाल ने फाइनल मैच के दौरान खिलाड़ियों से हाथ मिलाकर उनका हौसला अफजाई किया और खेलों के महत्व पर जोर दिया।
गाजीपुर ने नागपुर को हराकर जमाया कब्जा
फाइनल मुकाबला श्री मेघबरन सिंह हॉकी एकेडमी, करमपुर, गाजीपुर और नागपुर अकादमी, नागपुर के बीच था, जिसमें गाजीपुर ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए महाराजा सर बी. पी. सिंह कप अपने नाम किया। मैच के पहले क्वार्टर में नागपुर द्वारा किया गया फाउल उन्हें महंगा पड़ा, क्योंकि गाजीपुर ने इसका फायदा उठाते हुए प्लांटी कॉर्नर को गोल में बदलकर अपनी बढ़त बनाई। दूसरे हाफ में, गाजीपुर की बढ़त को देखकर नागपुर को दबाव का सामना करना पड़ा और गाजीपुर ने दो और गोल दागकर मैदान पर अपनी जीत की नींव रख दी। हालांकि, जब नागपुर चौथे क्वार्टर में पहुंची, तो उन्होंने एक गोल किया और अपना खाता खोला, लेकिन तब तक गाजीपुर ने 3-1 की बढ़त ले ली थी और मैच को पूरी तरह से अपने कब्जे में कर लिया। अंततः, गाजीपुर ने नागपुर को हराकर महाराजा सर भगवती प्रसाद सिंह कप पर कब्जा जमा लिया।
राहुल राजभर को मिला मैन ऑफ द मैच
गाजीपुर ने अपने शानदार प्रदर्शन से विनर कप के साथ 75 हजार रुपये की प्राइजमनी प्राप्त की, जबकि नागपुर को रनर कप के साथ 51 हजार रुपये की प्राइजमनी दी गई। इस मैच में बेस्ट स्कोरर का अवार्ड गाजीपुर के जर्सी नंबर 05 के खिलाड़ी नीरज यादव को मिला, जिन्होंने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। वहीं, मैन ऑफ द मैच का अवार्ड गाजीपुर के जर्सी नंबर 17 के खिलाड़ी राहुल राजभर को मिला, जिन्होंने बेहद शानदार खेल का प्रदर्शन किया। इसके अलावा, प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का अवार्ड नागपुर के जर्सी नंबर 01 के खिलाड़ी पीयूष सत्याकर को प्रदान किया गया, जिन्होंने टूर्नामेंट में अपने अद्वितीय खेल से सभी का ध्यान आकर्षित कर रखा था।
बेहतर प्रदर्शन के लिए किया प्रोत्साहित
हॉकी टूर्नामेंट फाइनल मैच मे मुख्य अतिथि जिलाधिकारी पवन अग्रवाल, प्रबंध समिति के सचिव लेफ्टिनेंट कर्नल आर के मोहन्ता, प्राचार्य व टूर्नामेंट सचिव प्रो0 जे पी पाण्डेय, और आयोजन सचिव डॉ. राजीव रंजन, डॉ. आलोक शुक्ल व ऋषि रंजन पाण्डेय के साथ-साथ न्यू ग्रीन सिटी के सीईओ अनवार अहमद और वरिष्ठ अधिवक्ता राजकुमार श्रीवास्तव ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया। इस अवसर पर इन प्रमुख हस्तियों ने खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया और उन्हें बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित किया।इस मौके पर डीएम ने कहा कि खेलों इंडिया और फिट इंडिया की पहल के तहत जनपद में खेलों को बढ़ावा देने और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए परिषदीय विद्यालयों, इंटर कॉलेजों, विकास खंड और जनपद स्तर पर विभिन्न खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि एमएलके कॉलेज में आयोजित हॉकी प्रतियोगिता से खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलेगी और राष्ट्रीय खेल हॉकी के प्रति लोगों में उत्साह और रुझान बढ़ेगा। इस टूर्नामेंट का आयोजन खिलाड़ियों को अपने कौशल को दिखाने और राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है।
इस टूर्नामेंट में पहले भी दो बार रह चुकी है विजेता
श्री मेघबरन सिंह हॉकी एकेडमी, करमपुर, गाजीपुर के कप्तान मोनू राजभर ने बताया कि उनकी टीम इस टूर्नामेंट में पहले भी दो बार विजेता रह चुकी है और एक बार उपविजेता भी रह चुकी है। कुल मिलाकर, उनकी टीम अब तक चार बार अखिल भारतीय प्राइजमनी हॉकी टूर्नामेंट में बलरामपुर में खेल चुकी है। मोनू ने कहा कि बलरामपुर के लोग हमेशा उन्हें शानदार उत्साहवर्धन प्रदान करते हैं, और उन्हें यहां आकर बहुत अच्छा लगता है। उन्होंने कहा कि यह मैदान उन्हें अपनापन महसूस कराता है और यहां के लोग तथा आयोजक दोनों ही बहुत अच्छे हैं। उन्हें यहां खेलकर मजा आता है और स्थानीय लोगों का समर्थन उनकी टीम को प्रेरित करता है। मोनू ने यह भी कहा कि यह आयोजन बलरामपुर जिले के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे राष्ट्रीय खेलों के प्रति रुचि बढ़ती है। जब बच्चे खेलों को देखेंगे, तभी वे उनसे कुछ सीखेंगे और जिले से भी अच्छे खिलाड़ी निकलेंगे।