बलरामपुर। गुरुवार को जिले के 12 सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं की जांच की गई। इस खास अभियान में कुल 998 महिलाओं की मेडिकल जांच की गई। इनमें से 104 महिलाओं को हाई रिस्क प्रेग्नेंसी (जटिल गर्भावस्था) के रूप में चिन्हित किया गया। जांच के दौरान 182 गर्भवती महिलाओं का निःशुल्क अल्ट्रासाउंड किया गया। ये सुविधा पूरी तरह मुफ्त उपलब्ध कराई गई, जिससे गरीब और जरूरतमंद महिलाओं को बड़ी राहत मिली।इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मुकेश कुमार रस्तोगी ने जिला संयुक्त चिकित्सालय का निरीक्षण भी किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने देखा कि अब तक 11 महिलाओं की जांच हो चुकी है। उन्होंने मौजूद डॉक्टरों और स्टाफ को निर्देश दिया कि हर गर्भवती महिला की सभी जरूरी प्रसव पूर्व जांचें जरूर की जाएं, ताकि किसी भी जटिलता को समय रहते पकड़ा जा सके।
182 का निःशुल्क अल्ट्रासाउंड
सीएमओ डॉ. रस्तोगी ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य हाई रिस्क प्रेग्नेंसी वाली महिलाओं की पहचान करना और उन्हें सही इलाज और देखभाल देना है। उन्होंने कहा कि ऐसी महिलाओं के लिए विशेष जन्म योजना भी तैयार की जाती है, जिससे समय पर इलाज मिल सके और मातृ मृत्यु दर को कम किया जा सके।इस अभियान के दौरान गर्भवती महिलाओं को सरकार की ओर से प्रसव से पहले, प्रसव के दौरान और प्रसव के बाद दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी भी दी गई। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राज कुमार, जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी अरविंद मिश्रा और अस्पताल का स्टाफ भी मौजूद रहा।
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