बाराबंकी के राजकीय इंटर कॉलेज ऑडिटोरियम में पारख महासंघ के द्वारा आज ‘नशामुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल का’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए नशे के खिलाफ जागरूक किया। केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर ने लोगों को अपनी जिंदगी में कभी भी नशा न करने का और होली का त्योहार नशामुक्त मनाने के साथ ही नशामुक्त भारत बनाने का संकल्प करवाया। उन्होंने कहा कि शराब बंदी नशा रोकने की दिशा में कोई इलाज नहीं, बल्कि हमें खुद से नशा छोड़ना पड़ेगा।
पारख महासंघ की ओर से आयोजित कौशल का अभियान, नशामुक्त हिंदुस्तान कार्यक्रम में केंद्रीय राज्यमंत्री ने बताया कि नशे के शिकार परिवार का दर्द क्या होता है, उसका दंश मैं झेल रहा हूं। मैंने कभी शराब की बूंद नहीं चखी, बीड़ी, सिगरेट छुआ नहीं और मैं यही समझता रहा कि जैसे मैं कोई नशा नहीं करता। मेरे बच्चे नहीं करेंगे। लेकिन यार-दोस्तों ने उसे शराब पीना सिखा दिया। चोरी से शराब पीने लगा, नतीजा यह हुआ कि उसका लिवर खराब हो गया। पिता सांसद, माता विधायक होते हुए भी नशे से पीड़ित बेटे को हम नहीं बचा सके।
इस मौके पर बाराबंकी से लोकसभा सांसद उपेंद्र सिंह रावत ने भी लोगों को नशे से होने वाले नुकसान के बारे में सचेत किया। उन्होंने कहा कि हम सभी को होली का त्योहार पूरी तरह से नशामुक्त मनाना है। उन्होंने कहा कि जब हम नशा छोड़ेंगें, तो दूसरे को भी इसके लिये प्रेरित कर सकेंगे। जिससे एक दिन हमारा देश नशामुक्त हो सकेगा।
कार्यक्रम में बाराबंकी की जिला पंचायत अध्यक्ष राजरानी रावत, एमएलसी अंगद सिंह, विधायक दिनेश रावत, पूर्व एमएलसी हरगोविंद सिंह और कार्यक्रम के आयोजक पारख महासंघ के जिला अध्यक्ष सुशील कुमार रावत के साथ पारख महासंघ के जिलाध्यक्ष सुशील कुमार रावत समेत कई पदाधिकारी मौजूद रहे।