सद्भावना आवाज़
उत्तरप्रदेश
10 दिन बार यानी 30 अगस्त (पूर्णिमा) को चंद्रमा का स्वरूप बदला हुआ दिखेगा। प्रतिदिन की अपेक्षा चंद्रमा बड़े आकार में दिखेगा। यह खगोलीय घटना सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में होगी जिसे हर कोई आसानी से देख सकेगा। 30 अगस्त को चंद्रमा प्रतिदिन की अपेक्षा 14% बड़ा दिखेगा जिसे ब्लू मून कहते हैं। दरअसल, अगस्त माह में 2 बार पूर्णिमा पड़ने की वजह से यह खगोलीय घटना होने जा रहा है। इस माह एक तारीख को भी पूर्णिमा होने की वजह से उस दिन सुपर मून दिखा था, इसी माह में 30 अगस्त को भी पूर्णिमा पड़ने की वजह से ब्लू मून दिखेगा। चंद्रमा बड़ा तो दिखेगा ही साथ ही कलर में भी कुछ अंतर होगा।
प्रयागराज के आनंद भवन में स्थित जवाहर तारामंडल के निदेशक डॉ. वाई. रविकिरण ने दैनिक भास्कर से बातचीत के दौरान बताया कि 30 अगस्त के दिन चांद पृथ्वी से नजदीक आ जाएगा और दोनों के बीच की दूरी महज 35 लाख 7 हजार 344 किलोमीटर ही होगा। जबकि एक अगस्त को जो ब्लू मून हमें दिखाई दिया वह पृथ्वी से 35 लाख 7 हजार 530 किलोमीटर की दूरी पर था। ब्लू मून रेयर होता है। इसके पहले 22 अगस्त 2021 को ब्लू मून दिखा था।
करीब 2 साल बाद वही खगोलीय घटना होने जा रहा है। डॉ. वाई. रविकिरण बताते हैं कि इन दिनों आसमान में कई तारों के समूह दिख रहे हैं जिसे कोई भी देख सकता है। इसमें उत्तर मुकुट प्रमुख होता है जिसे पश्चिम दिशा में देखा जा सकता है। इसी तरह 27 अगस्त को शनि को तारों के रूप में देखा जा सकता है जो पृथ्वी के सबसे करीब होगा। डॉ. रवि किरण ने बताया कि शनि सौर मंडल का 6ठवां ग्रह है।
इस माह खगोलीय घटनाओं के क्रम में आकर्षण का केंद्र शौरी और भुजंगधारी तारे भी होंगे। शौरी तारे त्रिभुज की तरह नजर आएगा और भुजंगधारी तारों वाला समूह फन सांप की तरह होगा। निदेशक ने बताया कि ब्लू मून को दिखने की व्यवस्था जवाहर तारामंडल में होगी, यह दूरबीन से भी ब्लू मून को दिखाया जाएगा।